भा.प्रौ.सं. गाँधीनगर: उत्कृषटता के 15 वर्षसमाचार


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सम्मान संहिता

सम्मान संहिता मूल्यों का एक समूह है जिसका भा.प्रौ.सं गांधीनगर के छात्रों द्वारा पालन किए जाने की अपेक्षा रखी जाती है। यह संस्थान द्वारा निर्धारित नियमों का एक समूह नहीं है। यह छात्रों द्वारा निर्मित, शासित और सम्मानित जीवन का एक तरीका है। सम्मान संहिता इस सरल बात पर आधारित है कि लोग सभी परिस्थितियों में सही काम करेंगे। छात्र अपने सभी प्रयासों में ईमानदारी और अखंडता के उच्चतम सिद्धांतों को बनाए रखने और आपसी सम्मान के माहौल को बढ़ावा देने की पुष्टि करते हैं। छात्र भा.प्रौ.सं गांधीनगर समुदाय के किसी अन्य व्यक्ति का अनुचित लाभ नहीं उठाएंगे, व्यक्तिगत रूप से व अकादमिक रूप से ईमानदार होंगे, दूसरों के साथ सम्मान व शिष्टाचार के साथ व्यवहार करेंगे और न तो स्पष्ट रूप से अनाधिकृत सहायता देंगे और न ही प्राप्त करेंगे, जिम्मेदार बनेंगे और किसी भी अन्यायपूर्ण प्रक्रिया के खिलाफ आवाज़ उठायेंगे ।

हम, भा.प्रौ.सं गांधीनगर के छात्र इस बात की पुष्टि करते हैं कि हम अपने सभी प्रयासों में ईमानदारी और सत्यनिष्ठा के उच्चतम सिद्धांतों को कायम रखेंगे और आपसी सम्मान की भावना को बढ़ावा देंगे। हम भा.प्रौ.सं गांधीनगर समुदाय के किसी अन्य व्यक्ति का अनुचित लाभ नहीं उठाएंगे। हम व्यक्तिगत और अकादमिक रूप से ईमानदार होंगे और दूसरों के साथ सम्मान और शिष्टाचार से पेश आएंगे। हम किसी भी शैक्षणिक गतिविधियों के लिए न तो स्पष्ट रूप से या अप्रत्यक्ष रूप से अनाधिकृत सहायता देंगे और न ही प्राप्त करेंगे। हम न केवल संस्थान और उसके समुदाय के प्रति अपनी ईमानदारी की शपथ लेंगे, बल्कि हम अपने बीच किसी भी अन्यायपूर्ण व्यवहार के लिए जिम्मेदार होंगे और उसके खिलाफ आवाज़ उठाएंगे।

सम्मान संहिता का उल्लंघन

आचरण के कुछ उदाहरण जिन्हें सम्मान संहिता का उल्लंघन माना जा सकता है उनमें शामिल हैं:

  • • अनाधिकृत पहुंच: किसी भी समानुदेशन को पूरा करने या किसी परीक्षा के दौरान लिखित या मौखिक जानकारी प्राप्त करना, उपयोग करना, या अनुचित तरीके से आदान-प्रदान करना।
  • • अनाधिकृत सहयोग: शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए किसी अन्य छात्र या छात्रों के साथ अनाधिकृत बातचीत।
  • • साहित्यिक चोरी: ऐसी सामग्री का प्रस्तुतीकरण जो किसी अन्य व्यक्ति या व्यक्तियों द्वारा पूरी तरह से या काफी हद तक समान रूप से बनाई या प्रकाशित की गई हो, बिना पर्याप्त श्रेय अंकन के लेखकत्व का संकेत देता है।
  • • जालसाजी: छात्र की शैक्षणिक स्थिति से संबंधित संस्थान के किसी भी दस्तावेज में जालसाजी, परिवर्तन या दुरुपयोग, उदाहरण के लिए- रिज्यूमे- पैडिंग, झूठा बीमारी प्रमाण पत्र।
  • • शारीरिक, मौखिक और भावनात्मक दुर्व्यवहार, डराना-धमकाना, रैगिंग, अभद्र आचरण, परेशान करना आदि।
  • • इंटरनेट या अन्य किसी सार्वजनिक मंच पर किसी भी छात्र, स्टाफ, फैकल्टी पर/के खिलाफ अभद्र टिप्पणी या साझा करना।
  • • झूठा दावा: आधा सच/अन्यायपूर्ण तरीके से श्रेय का दावा करना।
  • • प्रतियोगिता को खत्म करने के उद्देश्य से कार्य करना, उदाहरण के लिए गलत और प्रेरित इनपुट आदि द्वारा।
  • • सुविधाओं का अनाधिकृत उपयोग और चोरी।
  • • सम्मान संहिता के उल्लंघन के लिए कोई सहायता।
ऊपर उल्लिखित उदाहरण केवल एक विचार प्रदान करने के लिए हैं, जिसे सम्मान संहिता का उल्लंघन माना जा सकता है। किसी भी तरह से यह एक विस्तृत सूची नहीं है।


Sanctions for violating the Honour Code

Any violation of the Honour Code may invite sanctions. Some examples of sanctions for violation of the Honour code are:

  • • Expulsion/Suspension from Institute, Hostel, and Student Activities
  • • Monetary fine
  • • Suspension of the Career Development Service
  • • Denial of Institute scholarships/awards/medals
These sanctions are indicative. However, any disciplinary committee would make recommendations considering each instance of violation individually.